रायपुर/नवप्रदेश। Allegations Social Account : पिछले तीन दिनों से हो रही बारिश से रायपुर शहर तरबतर हो गया। सड़कों से लेकर लोगों के घरों, संस्थानों और दुकानों तक में पानी घुस गया। निचले इलाकों में रह रहे लोगों को काफी परेशानी उठानी पड़ी है। प्रशासन ने भी बाढ़ की स्थिति को देखते हुए लोगों को सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाया। अब इस पर राजनीतिक बयानबाजी शुरू हो गया।
प्रदेश भाजपा के प्रवक्ता और पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने कहा है कि कांग्रेस ने नगर निगम को भ्रष्टाचार का अड्डा बना डाला है। जवाब में महापौर एजाज ढेबर ने पूछा है, जब पूर्व मंत्री 250 करोड़ का स्काइवॉक बनवा रहे थे, तो भ्रष्टाचार नहीं दिखा।
पूर्व मंत्री राजेश मूणत ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट (Allegations Social Account) पर आगे लिखा कि स्मार्ट सिटी का पैसा खाने के लिए गैर जरूरी काम भी करवाए। अब लोगों पर डेंगू, मलेरिया और पीलिया का खतरा मंडरा रहा है। आज इस संबंध में पूछे गए सवाल पर महापौर एजाज ढेबर ने कहा, जब उन लोगों ने 250 करोड़ का स्काइवॉक बना दिया तब उनको भ्रष्टाचार दिखाई नहीं दिया। राजेश मूणत जी ने कई सारे अंडरब्रिज बना दिए तो क्या वे स्वीमिंग पूल थे।
कुदरत से कोई नहीं लड़ सकता : महापौर
महापौर एजाज ढेबर ने कहा कि पानी जब इतना जमकर गिरेगा तो मैं और आप कुछ नहीं कर सकते। यह प्राकृतिक है। पानी का हम कुछ नहीं कर सकते। यह जरूर है कि जनहानि न हो, लोगों को परेशानी न हो, लोगों के घर में परेशानी न हो इसके लिए हम प्रतिबद्ध हैं।
पूर्व मंत्री (Allegations Social Account) ने कहा, गुढियारी में जो अंडरब्रिज बने हैं, सबसे ज्यादा पानी तो वहीं भरता है। 10-10, 20-20 फीट तो पानी वहां भरता है। वह किसके लिए बनाए हैं, अपने नहाने के लिए बनाए हैं क्या।
महापौर ने कहा कि 15 साल इनकी सरकार रही, किसी ने रायपुर की ओर नहीं देखा। सभी नया रायपुर गए। वहां 20 हजार करोड़ रुपए खर्च किया। मगर पुराने रायपुर में एक रुपए खर्च नहीं किया। यहां अगर प्लानिंग किए रहते, अच्छे से ड्रेनेज पर काम हुआ होता तो यह पानी भरने की समस्या ही न होती।
अब निगम कर्मियों की 24 घंटे होगी तैनाती
महापौर एजाज ढेबर ने बताया कि लोगों को परेशानी से बचाने के लिए नगर निगम कर्मचारियों को दिन-रात पूरे समय के लिए काम पर लगा दिया गया है। अलग-अलग नोडल अधिकारी बनाकर जिम्मेदारियां बांटी हैं। जोन में लोग हर समय रहेंगे। बारिश होगी तो हर आदमी, हर अधिकारी निकलेगा। जब सब निकलेंगे तो लोगों को पानी की वजह से हो रही परेशानी काफी हद तक दूर होगी।