नई दिल्ली, नवप्रदेश। समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव को को नूपुर शर्मा पर ट्वीट करना मंहगा साबित हुआ (Akhilesh Yadav) है। उन्होने बीजेपी की निलंबित प्रवक्ता नूपुर शर्म को नुकसान पहुंचाने की बात कही है।
जिसके बाद महिला आयोग ने इस पर संज्ञात लेते हुए यूपी पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखा और कहा कि तीन दिन के अंदर जल्द से जल्द इस पर कार्रवाई की जाए।
महिला आयोग ने शिकायत में लिखा, ”आयोग ने अखिलेश यादव का श्रीमति नूपुर शर्मा के ख़िलाफ़ नफ़रत और बुरी भावना भड़काने वाला और दो धार्मिक समूहों के बीच सांप्रदायिक अशांति बढ़ाने वाला ट्वीट देखा, जो निंदनीय है।
आयोग ने प्राथमिक तौर पर पाया है कि इस मामले में ये धाराएँ लगाई जा सकती हैं- आपराधिक इरादे, महिला की मॉडेस्टी के अपमान के इरादे से कही (Akhilesh Yadav) गई बात, हावभाव या कोई काम करना और शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना।”
अखिलेश ने ट्वीट किया था कि “सिर्फ़ मुख को नहीं शरीर को भी माफ़ी मांगनी चाहिए और देश में अशांति और सौहार्द बिगाड़ने की सज़ा भी मिलनी (Akhilesh Yadav) चाहिए।“