नई दिल्ली, नवप्रदेश। कई बार कोई इंसान ऐसी गलती कर बैठता है जिसका खामियाजा उसे ताउम्र भुगतना पड़ता है। यहां तक कि कई बार तो करोड़ों रुपयों का नुकसान (Ajab-Gajab) हो जाता है। एक आईटी इंजीनियर, जिनका नाम जेम्स हॉवेल्स है।
इन दिनों वो 10 साल के बाद अपने गुम गुए करोड़ों रुपए के 8000 बिटक्वाइन के खजाने को खोजने जुट गए हैं। बता दें कि यह बिटक्वाइन उन्होंने एक हार्डड्राइव (Ajab-Gajab) में रखे थे। जेम्स ने इस हार्डड्राइव को एक कूडे़ के ढेर में फेंक दिया था। अब वो इसे खोजने में जुटे हुए हैं।
जेम्स को जब पता चला कि उनके पास जो बिटक्वाइन था वो आज काफी महंगा हो चुका है। आज एक बिटक्वाइन की कीमत 18,28,395 रुपए है। उनके पास 8000 बिटक्वाइन (Ajab-Gajab) थे।
उनकी कीमत आज की तारीख में देखें तो यह कीमत 14627160000 (1400 करोड़) रुपए होती है। अब वो हार्ड ड्राइव को कूड़े के ढेर से हर हाल में निकालने में जुट गए हैं।
आईटी इंजीनियर जेम्स हॉवेल्स अपनी इस हार्ड ड्राइव को कई वर्षों से खोज रहे हैं। जेम्स कहते हैं कि अगर उनकी यह हार्ड ड्राइव मिल गया तो वो इसका 10 फीसदी वो न्यूपोर्ट (वेल्स) में क्रिप्टो हब बनाने में खर्च करने वाले हैं।
न्यूपोर्ट काउंसिल का कहना है कि अगर लैंडफिल (कूड़ा फेंकने की बड़ी जगह) के साथ छेड़छाड़ की कोशिश की गई तो पर्यावरण को नुकसान होगा। इसके लिए काउंसिल फिलहाल तैयार नहीं दिख रही है।
जेम्स ने अपनी यह हार्डडिस्क गलती से साल 2013 में लैंडफिल में फेंक दी थ। जेम्स का मानना है कि हार्ड ड्राइव वहीं लैंडफिल में मौजूद है। कई बार वो इसको लेकर खुदाई की गुहार लगा चुके हैं। वहीं काउंसिल जेम्स के प्रस्ताव को कई बार अस्वीकार कर चुकी है। काउंसिल इसके पीछे पर्यावरण को होने वाले नुकसान का तर्क दे रहा है।