नई दिल्ली, 20 जून। AI In Healthcare : भारत ने रोगों के खिलाफ अपनी तैयारी को एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया है। अत्याधुनिक तकनीक से लैस देश का पहला High-Performance Computing Cluster अब जीनोमिक डाटा का विश्लेषण मात्र 24 से 48 घंटे में कर सकेगा। यह तकनीक भविष्य की महामारी या किसी रोग के प्रकोप को पहले ही भांप कर अलर्ट जारी करने में सक्षम होगी।
इस डिजिटल समाधान का उद्देश्य सिर्फ तकनीकी दक्षता नहीं, बल्कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य सुरक्षा को नई मजबूती देना है। महामारी के दौर में जब जीनोम सीक्वेंसिंग में महीनों का वक्त लगता था, अब वही काम कुछ घंटों में हो सकेगा।
यह तकनीक अत्याधुनिक कंप्यूटिंग नोड्स के माध्यम से 700 से अधिक प्रोसेसर कोर और 1 पेटाबाइट स्टोरेज क्षमता प्रदान करती (AI In Healthcare)है, जो कि भारत को वैश्विक स्तर पर रोग निगरानी और रिसर्च में अग्रणी बना सकता है।
विशेषज्ञों के अनुसार, यह केंद्र न केवल नए वैरिएंट की पहचान करेगा, बल्कि AI-powered drug discovery, next-generation vaccine development, और predictive health analytics में भी मददगार साबित होगा।
शुरुआत में यह केंद्र देशभर के चिकित्सा अनुसंधान संस्थानों को केंद्रीय डाटा भंडार की सुविधा प्रदान (AI In Healthcare)करेगा, वहीं आगे चलकर इसे सभी वायरल रिसर्च और डायग्नोस्टिक लैब्स से जोड़ा जाएगा।
यह पहल न सिर्फ तकनीकी विकास की दिशा में एक क्रांति है, बल्कि भविष्य के स्वास्थ्य संकटों से लड़ने की भारत की रणनीतिक तैयारी का प्रमाण भी है।