कोरबा, नवप्रदेश। कोरबा में स्थानीय लोगों का आंदोलन अब उग्र रूप लेता जा रहा है। आक्रोशित आंदोलनकारियों ने प्लांट के प्रवेश द्वार को पूरी तरह बंद कर दिया है। जिसके चलते मजदूर और कर्मचारी अंदर नहीं जा पा रहे हैं और काम प्रभावित हो रहा (Agitation of BALCO) है।
बता दें कि बालको नगर में चक्काजाम के दौरान लिखित आश्वासन के कई माह बाद भी स्थानीय लोगों को रोजगार, राखड़ परिवहन कर रहे भारी वाहनों के लिए वैकल्पिक सड़क बनाने का वादा बालको प्रबंधन भूल गया, जिससे स्थानीय लोग आक्रोशित हो गए हैं। स्थानीय लोग अब आंदोलन पर उतर गए हैं।
कर्मचारियों और मजदूरों का प्लांट के अंदर जाना हुआ मुश्किल
परसाभाठा विकास समिति के नेतृत्व में बालको प्रबंधन की वादाखिलाफी के विरुद्ध प्लांट के सभी गेट के सामने शुक्रवार की दोपहर से प्रदर्शन कर रहे हैं। गेट से कर्मचारियों और ठेका मजदूरों का अंदर जाना बंद कर दिया गया है।
इस कारण बालको प्रबंधन ने शुक्रवार को जनरल ड्यूटी में पहुंचे कर्मचारियों व ठेका मजदूरों को रात्रिकालीन ड्यूटी के लिए रोक (Agitation of BALCO) लिया। लेकिन उनके खाने के लिए अलग इंतजाम नहीं किया गया था।
ऐसे में रात में भूख लगने पर कर्मचारी एवं मजदूर जब प्लांट के कैंटीन में पहुंचने लगे तो वहां खाना कम पड़ गया। ऐसे में खाने के लिए उनके बीच मारामारी मच गई थी।
आंदोलन से हो रहा काम प्रभावित
शनिवार की सुबह भी सभी गेट पर कर्मचारियों एवं मजदूरों का प्रवेश पूरी तरह रोक दिया गया। प्रबंधन ने प्लांट में काम चलाने के लिए अंदर मौजूद कर्मचारियों और ठेका मजदूरों को ही आंदोलन खत्म होने तक ओटी में काम करने को कहा है।
प्लांट के अंदर अब कर्मचारियों एवं मजदूरों के खाने-पीने की व्यवस्था कर ली गई है। हालाकि आंदोलन से कार्य प्रभावित जरूर हो रहा (Agitation of BALCO) है।
रातभर गेट के बाहर डटे रहे स्थानीय लोग, पुलिस भी मुस्तैद
प्रदर्शनकारी बालको के अधिकारी समेत कर्मचारियों व ठेका मजदूरों को प्लांट के अंदर जाने नही दे रहे हैं। अंदर फंसे कर्मचारियों और मजदूरों को बाहर आने से नही रोक रहे हैं। अंदर फंसे कर्मचारी बाहर आ गए तो उनकी जगह कोई काम करने वाला नही बचेगा,
इसलिए प्रबंधन द्वारा उन्हें अंदर ही रोका जा रहा है। वही कुछ ठेकेदार अपने कर्मचारियों को चोर रास्तों से प्लांट में भेजने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन स्थानीय लोग उन्हें पकड़कर उनकी खातिरदारी करने में देरी नहीं कर रहे हैं। प्रदर्शकारी शुक्रवार की दोपहर से पूरी रात भर प्लांट के बाहर डटे रहे।
अभी तपती दोपहरी में भी वे मौजूद हैं, जिससे बालको प्रबंधन की हालत खराब होने लगी है। वही किसी तरह की अप्रिय स्थिति ना हो और कानून व्यवस्था ना बिगड़े इसके लिए बालको पुलिस की पूरी टीम मौके पर मुस्तैद है।