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Congress Party: ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद के बाद अब महाराष्ट्र में “ये” कांग्रेस नेता की खूब चर्चा, क्या है वजह?

After Jyotiraditya Shinde, Jitin Prasada, now there is a lot of discussion of "Ye" Congress leader in Maharashtra, what is the reason,

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Congress Party: ट्विटर हैंडल से बीजेपी के कुछ रणनीतिक फैसलों का खुलकर समर्थन किया

नई दिल्ली। Congress Party: कांग्रेस में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। आज एक बार फिर ये मामला सामने आया है। जितिन प्रसाद ने कांग्रेस छोड़कर बीजेपी में शामिल होने का फैसला किया है। उत्तर प्रदेश चुनाव से पहले कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है। यह पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए चिंता का विषय है।

राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले चार नेताओं में से दो अब तक पार्टी छोड़ चुके हैं। जब राहुल गांधी कांग्रेस अध्यक्ष बने उस समय ये 4 नेता राहुल गांधी के बेहद करीबी और वफादार माने जाते थे। इन नेताओं की खूब चर्चा हो रही है।

कांग्रेस से बड़ा झटका

ज्योतिरादित्य सिंधिया, जितिन प्रसाद, सचिन पायलट और मिलिंद देवड़ा ऐसे चार नेता हैं जिन्हें सालों से राहुल गांधी की युवा ब्रिगेड की आधारशिला माना जाता रहा है। जब राहुल गांधी की यंग ब्रिगेड की चर्चा हुई तो इन नेताओं के नाम सबकी जुबां पर थे। कई बार इन चारों नेताओं को एक साथ देखा गया है।

अब इन चारों में से दो ही राहुल गांधी के साथ खड़े हैं। लेकिन असली सवाल यह है कि वे कब तक साथ रहेंगे। कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चुनाव से बार-बार बचना। बीजेपी के सामने कांग्रेस दिन-ब-दिन कमजोर होती जा रही है।

कांग्रेस में बने रहे, दोनों नाखुश

पिछले साल राजस्थान में जो हुआ वह सबने देखा है। वहां का राजनीतिक विवाद अभी खत्म नहीं हुआ है। सचिन पायलट ने राजस्थान के मुख्यमंत्री के खिलाफ खुलकर बगावत कर दी थी। इसके बाद पार्टी नेतृत्व की मध्यस्थता से आक्रोश शांत हुआ।

लेकिन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और सचिन पायलट के बीच तनातनी पर किसी का ध्यान नहीं गया। आलाकमान की तमाम कोशिशों के बावजूद राजस्थान में पार्टी का झगड़ा खत्म नहीं हुआ है। सचिन पायलट अलग-अलग तरह से अपनी नाराजगी जाहिर करते हैं।

राहुल गांधी का एक और करीबी नाम मिलिंद देवड़ा है। मिलिंद देवड़ा भी पार्टी के 23 नेताओं द्वारा पार्टी के पूर्णकालिक और प्रभावी नेतृत्व की मांग के लिए भेजे गए पत्र में शामिल थे। साथ ही मिलिंद देवड़ा ने अपने ट्विटर हैंडल से बीजेपी के कुछ रणनीतिक फैसलों का खुलकर समर्थन किया था।

मोदी की भी तारीफ की राज्य में महाविकास अघाड़ी सरकार सत्ता में आई। इस गठबंधन में शिवसेना और राकांपा ने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से किए गए वादों को पूरा करना शुरू कर दिया है। हालांकि, मिलिंद देवड़ा ने सीधे कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे एक पत्र में शिकायत की थी कि कांग्रेस द्वारा किए गए वादों को अभी तक पूरा नहीं किया गया है।

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