रायपुर/नवप्रदेश। Police Public School : छत्तीसगढ़ पुलिस ने अपने पुलिस परिवार के बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए लक्ष्य निर्धारित कर लिया है। इसी कड़ी में प्रदेश के DGP अशोक जुनेजा की अध्यक्षता में पुलिस पब्लिक स्कूल की प्रबंधकीय कार्य कारिणी समिति की बैठक शुक्रवार को हुई।
पुलिस पब्लिक स्कूल की प्रबंधकीय कार्य कारिणी समिति की बैठक में छात्र-छात्राओं बेहतर भविष्य को ध्यान में रखते हुए स्कूल के बेहतर संचालन के लिए नई रणनीति बनाए जाने के लिए चर्चा हुई।
DGP जुनेजा की माने तो शिक्षा के माध्यम से छात्र-छात्राओं (Police Public School) का सर्वांगिण विकास और व्यक्तित्व मजबूत होना सबसे ज्यादा जरूरी है। उन्होंने कहा कि बच्चों में आत्म विश्वास बढ़ाने के लिए उन्हें पाठ्यक्रम के अतिरिक्त अन्य गतिविधियों में जोड़ना होगा, तभी उनका सर्वांगीण विकास सम्भव है। बच्चों में पब्लिक स्पीकिंग, टैलेंट हंट, डिबेट जैसे प्रतियोगिताओं के लिए जागरूक करना आवश्यक है,ताकि विद्यार्थियों में आत्म विश्वास जागे। छात्र-छात्राओं में प्रायोगिक परीक्षा के प्रति भी जागृत कर नवाचार की ओर बढ़ाएं।
DGP ने कार्य कारिणी समिति से कहा कि बच्चों की प्रतिभाओं तलाशना और तराशना पुलिस पब्लिक स्कूल का उद्देश्य है, जिससे बच्चें कौशल उन्नयन की ओर अग्रसर हो सकें। कक्षा 9वीं से 11वीं तक कक्षाओं के संचालन के लिए भवन निर्माण सहित खेल मैदान के लिए भी प्रस्ताव रखे गए।
बैठक (Police Public School) में अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक हिमांशु गुप्ता, स्कूल संचालन समिति के अध्यक्ष विवेकानंद (भापुसे), वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रशांत अग्रवाल (भापुसे) रायपुर, प्रबंधक जितेंद्र शुक्ला (भापुसे), सेनानी चौथी वाहिनी चंद्रमोहन सिंह, सेनानी तीसरी वाहिनी अरविंद कुजुर और स्कूल की प्रधानाचार्या शनि मिश्रा उपस्थित रहीं।