रायपुर/नवप्रदेश। Kawardha Issue : कवर्धा में निर्मित हालात का जायजा लेने पहुंचे भाजपा प्रतिनिधि मंडल को जिला प्रशासन ने पीड़ित परिजनों से मिलने नहीं दिया। प्रतिनिधि मंडल में प्रमुख रूप से नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, प्रदेश महामंत्री व विधायक नारायण चंदेल, पूर्व मंत्री व विधायक बृजमोहन अग्रवाल, डॉ. कृष्णमूर्ति बांधी शामिल थे।
प्रतिनिधि मंडल के सदस्यों ने भाजपा के स्थानीय नेताओं से चर्चा की। इसके बाद पीड़ित पक्ष से मुलाकात करना चाहा तो प्रशासन ने मिलने से मना कर दिया। जिसके विरोध स्वरूप में प्रतिनिधि मंडल व स्थानीय कार्यकर्ताओं ने धरना देकर विरोध जताया।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक (Kawardha Issue) ने कहा कि प्रदेश की सरकार को जरा भी प्रदेश वासियों की चिंता नहीं है और कवर्धा में जो हालात निर्मित हुए हैं उसके लिए प्रशासन जिम्मेदार है। प्रशासन ने एक तरफा कार्रवाई करके हालात को बेकाबू कर दिया है और जब हम पीड़ितों से मिलना चाह रहे हैं तो हमें रोका जा रहा है जो अलोकतांत्रिक है।
प्रदेश महामंत्री नारायण चंदेल ने कहा कुछ ऐसे तत्वों का कवर्धा में जमावड़ा हो गया है जिसके कारण यह घटना हुई है। इस घटना में निर्दोष लोगों पर कार्रवाई हुई है जिसकी हम निंदा करते हैं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई (Kawardha Issue) होनी चाहिए।
वहीं पूर्व मंत्री व वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि कवर्धा में जिस प्रकार हालात बिगड़ते जा रहे हैं इसके लिए प्रदेश की सरकार जिम्मेदार है। प्रशासन व पुलिस हालात को बेहतर करने के बजाय हालात को बदतर करने में जुटे हुए हैं। इसके कारण यह परिस्थितियां निर्मित हुई हैं। जिसके लिए प्रदेश की जनता कांग्रेस को कभी मांफ नहीं करेगी।
कवर्धा विवाद का कारण
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिला स्थित कवर्धा कस्बे में शुक्रवार को धारा 144 लगा दी गई। यह फैसला इस इलाके में दो समुदायों के बीच धार्मिक झंडा हटाने को लेकर हुए विवाद को बाद लिया गया है। पुलिस ने मामले में छह लोगों को गिरफ्तार कर लिया और एफआईआर दर्ज कर ली गई है। वहीं कस्बे में करीब 500 पुलिसवालों को तैनात कर दिया गया है। एसपी मोहित गर्ग ने बताया कि हालात पूरी तरह से नियंत्रण में हैं।