नई दिल्ली/नवप्रदेश। Adhir Ranjan Statement : लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी के राष्ट्रपति को लेकर दिए गए बयान के चलते बीते गुरुवार को कांग्रेस पार्टी की खूब फजीहत हुई। उसके बाद सोनिया गांधी को भी टारगेट किया गया था।
इस सभी के बीच कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी इंडियन एक्सप्रेस को दिये गए इंटरव्यू में कहा कि जब स्मृति ईरानी ने मेरा नाम लेकर मुझ पर हमला किया तो मैं उठा और जवाब देने का अधिकार मांगा। मुझे अवसर से वंचित कर दिया गया और सदन को दोपहर तक के लिए स्थगित कर दिया गया।
सोनिया गांधी मेरी अभिभावक हैं
उन्होंने कहा कि, बाद में, मैं अध्यक्ष के पास गया, उनसे विनती की कि मुझे मेरे खिलाफ लगाए गए आरोपों का जवाब देने की अनुमति दी जाए। सोनिया गांधी भी स्पीकर के पास गईं। उन्होंने लोकसभा स्पीकर ओम बिरला से कहा कि अधीर को जवाब देने का मौका दिया जाना चाहिए। यह मेरे संसदीय करियर का एक यादगार दिन है। आज मुझे लगा कि मैं अनाथ नहीं हूं। सोनिया गांधी मेरी अभिभावक हैं।
हिंदी में पूर्ण रूप से कुशल नहीं हूं
अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, मैं एक बंगाली भाषी व्यक्ति होने के कारण हिंदी में पर्याप्त कुशल नहीं हूं। मुझे इसका भरपूर ज्ञान नहीं है। जुबान फिसलने के चलते राष्ट्रपति की जगह राष्ट्रपत्नी निकल गया, हालांकि इससे पहले मैं दो बार राष्ट्रपति कहकर संबोधित कर चुका था। मेरा कोई बुरा इरादा नहीं था। राष्ट्रपति पद के लिए मेरे मन में सर्वोच्च सम्मान है।
चौधरी ने दिलाया याद- भारत की आदिवासी आबादी का खास ख्याल रखा यूपीए की सरकार
चौधरी (Adhir Ranjan Statement) ने कहा कि, भाजपा सदस्य यह कहते रहे हैं कि मैडम मुर्मू आदिवासी समुदाय से हैं और मैंने एक आदिवासी का अपमान किया है। याद रखें, सोनिया गांधी के नेतृत्व में यूपीए ने वन का अधिकार अधिनियम बनाया था। भारत की आदिवासी आबादी का अगर किसी ने खास ख्याल रखा तो वो यूपीए की सरकार थी।