Adhi Karmyogi Abhiyan Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ में आदिवासी समाज के लिए शुरू किए गए आदि कर्मयोगी अभियान को लेकर तैयारियां तेज हो गई हैं। प्रमुख सचिव सोनमणि बोरा ने 28 जिलों के कलेक्टर्स के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बैठक कर दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि इस अभियान के तहत 128 विकासखंडों और 6650 आदिवासी बाहुल्य ग्रामों में शत-प्रतिशत संतृप्ति का लक्ष्य रखा गया है।
1.33 लाख वॉलंटियर्स की टीम तैयार
प्रमुख सचिव ने कहा कि अभियान के लिए राज्य में लगभग 1.33 लाख वॉलंटियर्स (आदि कर्मयोगी, आदि सहयोगी और आदिसाथी) तैयार किए जाएंगे। ये वॉलंटियर्स जमीनी स्तर पर जाकर जनजातीय समाज की समस्याओं को समझेंगे और उन्हें दूर करने में सहयोग करेंगे।
मुख्यमंत्री ने दिए सेवा पखवाड़ा मनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय पहले ही इस अभियान की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक कर चुके हैं। उन्होंने 16 सितंबर से 2 अक्टूबर तक इसे सेवा पखवाड़ा के रूप में मनाने के निर्देश दिए हैं।
मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण जारी
इस अभियान के लिए जिला मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण दो चरणों में रायपुर में किया गया।
पहला चरण : 11 से 14 अगस्त (रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग संभाग)
दूसरा चरण : 18 से 21 अगस्त (बस्तर और सरगुजा संभाग)
प्रशिक्षण का शुभारंभ मुख्य सचिव अमिताभ जैन और केंद्रीय राज्य मंत्री दुर्गादास उइके ने किया। वहीं मंत्री रामविचार नेताम ने भी सत्र को संबोधित किया।
रजत जयंती और जनजातीय गौरव दिवस पर विशेष आयोजन
सोनमणि बोरा ने बताया कि आगामी 1 नवंबर (राज्य स्थापना दिवस की रजत जयंती) और 15 नवंबर (जनजातीय गौरव दिवस) पर विशेष आयोजन होंगे। इसमें वॉलंटियर्स की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी।
अभियान के प्रचार-प्रसार पर जोर
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिए कि जिलों में सूचना पटल, मीडिया और स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से अभियान का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए। साथ ही केंद्र सरकार के डलळवअ पोर्टल पर गतिविधियों की फोटो सीधे अपलोड की जाएं, ताकि अभियान की मॉनिटरिंग हो सके।