बिलासपुर/नवप्रदेश। Accident : बिलासपुर रेलवे स्टेशन से ठीक पहले तारबाहर-सिरगिट्टी रेलवे फाटक के पास सोमवार दोपहर बड़ा हादसा होने से टल गया। एक ट्रेन का इंजन बिना ड्राइवर स्टार्ट होकर लोको शेड से निकल गया। कुछ दूरी तक पटरी पर दौडऩे के बाद इंजन खंभों और सिग्नल को तोड़ता हुआ सड़क पर उतर गया। इंजन करीब 200 मीटर तक सड़क पर घिसटता रहा।
जिस जगह हादसा (Accident) हुआ, वह शहर का व्यस्ततम इलाका है, लेकिन सबसे सुखद ये रही कि उस समय आसपास लोग मौजूद नहीं होने के कारण इंजन की चपेट में कोई नहीं आया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि जब उन्होंने इंजन को पास देखा तो उसमें कोई ड्राइवर नहीं था।
जानकारी के मुताबिक, रायपुर की ओर से आ रही डबल पावर वाली मालगाड़ी का एक इंजन (Accident) बिलासपुर शहर के अंदर स्थित रोड पर बिजली खंभों और सिग्नल को तोड़ते हुए पहुंच गया। जिस समय ये हादसा हुआ उस समय रोड पर कोई नहीं था।
जिसके कारण बड़ा हादसा होने से टल गया है। पता चला है कि जिस मालगाड़ी में हादसा हुआ है, उसमें 2 इंजन लगे हुए थे। जिसमें से एक इंजन में लोको पायलट नहीं था।
इधर, हादसा (Accident) किस वजह से हुआ है, इस बात का पता नहीं चल पाया है। रेलवे सीपीआरओ साकेत रंजन ने बताया है कि तारबहार रेलवे लोकोशेड में एक इंजन डिरेल हुआ है। मामले में जांच जारी है। फिलहाल घटना के संबंध में कोई ज्यादा जानकारी सामने नहीं आ सकी है।
लेकिन जैसे ही हादसा (Accident) हुआ, वैसे ही मौके पर बड़ी संख्या में लोग पहुंच गए हैं। वहीं रेलवे के अधिकारी और कर्मचारी भी मौके पर पहुुंचे हैं। मालगाड़ी के बाकि के डिब्बे और एक इंजन अब भी पटरी पर खड़ा हुआ है।
हो चुका है हादसा
तारबाहर रेलवे फाटक पर कई बार बड़ा हादसा हो चुका है। लगभग 10-11 साल पहले तो दो पटरियों के बीच साइकिल और मोटर साइकिल पर लोग पटरियां पार करने के लिए खड़े थे। सामने और पीछे दोनों ही ट्रैक पर ट्रेन जा रही थी इसलिए बीच वाली लाइन पर लोग खड़े थे। इसी बीच उसी ट्रैक पर मेमू लाेकल आई गई और लगभग 17 लोगों को अपनी चपेट में ले लिया।
ऐसा कभी नहीं करें
रेलवे प्लेटफार्म और पटरियों पर से वाहन चलाकर पार होना बेहद खतरनाक है। बावजूद इसके ऐसा बिलासपुर में दिन में कई बार ऐसा हो रहा है। इससे न तो आरपीएफ को कोई लेना-देना है और न ही रेलवे प्रशासन को। सभी इन्हें नजरअंदाज कर रहे हैं। यह किसी बड़े हादसे का कारण बन सकता है। आज की घटना में गनीमत रही कि लोग मौजूद नहीं थे, नहीं तो अफरातफरी मच जाती।