ACB Trap Raipur : शिक्षा विभाग के एक बाबू को गुरुवार को एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोप है कि वह एक शिक्षक से नवजात शिशु के इलाज पर हुए चिकित्सा व्यय की प्रतिपूर्ति कराने के लिए 10 हजार रुपये रिश्वत मांग रहा था।
जानकारी के मुताबिक अभनपुर विकासखंड के ग्राम पारागांव निवासी शिक्षक चंद्रहास निषाद, शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय चांपाझर (चंपारण) में पदस्थ हैं। उन्होंने अपने नवजात शिशु के इलाज में हुए करीब एक लाख रुपये के खर्च की प्रतिपूर्ति के लिए आवेदन(ACB Trap Raipur) दिया था। आरोप है कि विद्यालय के बाबू मनोज कुमार ठाकुर ने इस राशि को पास करने के एवज में 10 प्रतिशत ‘कट’ यानी 10 हजार रुपये की मांग की।
शिक्षक ने रिश्वत देने से साफ इंकार करते हुए सीधे एसीबी से संपर्क किया। शिकायत की पुष्टि के बाद गुरुवार को ट्रैप प्लान बनाया गया। शिक्षक ने बाबू को तय रकम दी और जैसे ही उसने रुपये स्वीकार किए, एसीबी की टीम ने उसे धर दबोचा।
अब आरोपी बाबू के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 (संशोधित 2018) की धारा 7 के तहत कार्रवाई की जा रही है। यह मामला एक बार फिर यह सवाल उठाता है कि आखिर गरीब और मध्यमवर्गीय परिवारों को राहत देने वाली योजनाएं भी क्यों रिश्वतखोरी(ACB Trap Raipur) के जाल में उलझ जाती हैं।