सूरजपुर जिले के प्रेमनगर में पदस्थ आरईएस के रिश्वतखोर एसडीओ ऋषिकांत तिवारी के घर से एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB Trap Chhattisgarh) की टीम ने नकदी, जेवरात, जमीन और बैंक तथा बीमा में निवेश के दस्तावेज जब्त किए हैं। एसीबी का दावा है कि यह नकदी हाल के दिनों में एसडीओ द्वारा बतौर रिश्वत ली गई थी। एसडीओ की कार्यप्रणाली विवादास्पद रही है, क्योंकि वह पंचायतों में निर्माण कार्यों के मूल्यांकन के नाम पर लगातार रिश्वत मांगता था, जिससे पंचायत प्रतिनिधि और हितग्राही परेशान थे।
नवापारा खुर्द निवासी कृषक डिसंबर सिंह ने एसडीओ को ट्रैप करने का निर्णय लिया और एसीबी से शिकायत की (ACB Trap Chhattisgarh)। मत्स्य संपदा योजना के तहत उनकी जमीन पर तालाब निर्माण की स्वीकृति मिली थी, जिसके लिए कृषक ने एक लाख 82 हजार रुपये खर्च किए थे। इसके मूल्यांकन के लिए एसडीओ ने 15 हजार रुपये की मांग की थी। बुधवार को एसडीओ प्रेमनगर में बैठक में व्यस्त था और उसने किसान से कहा कि वह घर आकर रकम ले ले।
अंबिकापुर के सोनपुर निवासी एसडीओ ऋषिकांत तिवारी शाम को किसान के घर पहुंचा, जहां एसीबी की टीम ने उसे रिश्वत की रकम के साथ गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद एसीबी की टीम उसके घर पर पहुंची, जहां से दो लाख 27 हजार 500 रुपये नकद बरामद हुए (ACB Trap Chhattisgarh)। एसीबी के अधिकारियों ने बताया कि यह राशि भी रिश्वत के रूप में थी। एसडीओ ऋषिकांत तिवारी लंबे समय से प्रेमनगर में कार्यरत था और हाल ही में उसकी पदोन्नति अनुविभागीय अधिकारी के रूप में हुई थी (ACB Trap Chhattisgarh)।

