Aaj-Bebaaq : देशद्रोहियों के खिलाफ जिस कानून के तहत मुकदमा दर्ज नहीं हो सकता उस कानून का बोझ ढोने की जरूरत क्या है? देशद्रोह करने वालों को खुली छूट देनी चाहिए कि वे चाहे जो कहे और चाहे जो करें।
यदि इस कानून को बनाए रखना है तो उसका उपयोग फौरन पेशेवर पाकिस्तान की महबूबा बन चुकी मुफ्तखोर महबूबा मुफ्ती के खिलाफ होना चाहिए। जिसने तिरंगे को लेकर फतवा जारी किया तो उसके गद्दार समर्थन तिरंगे के अपमान की जुर्रत करने लगे है। (Aaj-Bebaaq)
सरकार भले ही मूकदर्शक बन कर तमाशा देखती रहे लेकिन अब तिरंगे का अपमान नहींं सहेगा हिन्दुस्तान।(Aaj-Bebaaq)