Aaj-Bebaaq पाण्डेय जी चले थे सीटी बजाने लेकिन उनकी पुंगी बज गई। डीजीपी पद से इस्तीफा देकर वे जदयू की टिकट पर बिहार की बक्सर विधानसभा सीट से चुनाव लडऩे की पूरी तैयार कर चुके थे लेकिन यह सीट भाजपा के कोटे में चली गई।
पाण्डेय जी के अरमान आंसूओं में बह गए। अब वहां से भाजपा की टिकट पर एक पूर्व हवलदार चुनाव लड़ेंगे। मतलब टिकट की दौड़ में पूर्व डीजीपी पर पूर्व हवलदार भारी पड़ गया। विधायक बनने के चक्कर में डीजीपी पद भी हाथ से गया। सही है कि आधी छोड़ कर पूरी के लिए दौडऩे वाले को न आधी मिलती है न पूरी। (Aaj-Bebaaq)