BREAKING : Amitabh Bachhan ने लिया सीएम भूपेश का इंटरव्यू, लॉकडाउन को लेकर पूछे सवाल पर बोले सीएम- अब वे….
रायपुर/नवप्रदेश। महानायक अमिताभ बच्चन (amitabh bachhan- cm bhupesh interview) ने प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का इंटरव्यू लिया है। एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल पर स्वास्थ्य, स्वच्छता व पर्यावरण के मुद्दे पर उन्होंने यह इंटरव्यू लिया। इस दौरान बच्चन के फिर से लॉकडाउन लगाने के सवाल पर सीएम बघेल (cm baghel not in favour of lockdown again) ने कहा कि लॉकडाउन खुलने के बाद संक्रमण बढ़ा है, लेकिन अब वे फिर से बंद के पक्ष में नहीं हैं। बघेल ने कहा कि सफाई व्यवस्था के कारण पूरे देश में आज छत्तीसगढ़ को दूसरा स्थान प्राप्त है। दीक्षा योजना के तहत कई राज्य और नेपाल व भूटान की टीम ने भी प्रशिक्षण लिया है। पेट्रोल-डीजल के अनावश्यक खर्च को बचाने के लिए ई-रिक्शा से कचरे का परिवहन किया जा रहा है।
लॉकडाउन के समय उठाए गए थे कई कदम
कार्यक्रम में अमिताभ बच्चन (amitabh bachhan-cm bhupesh interview) ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि लॉकडाउन खुलने के बाद छत्तीसगढ़ में 300 फीसदी कोरोना के मरीज कैसे बढ़े, इसका कारण क्या है? इस पर बघेल (cm baghel not in favour of lockdown again) ने कहा कि लॉकडाउन के समय सरकार ने कई कदम उठाए। राज्य की सीमाएं सील की गईं, जो विदेशों से आए उनकी पहचान की। इससे संक्रमित 3 फीसदी पर ले आए। लॉकडाउन खुलने के बाद बाहर से लोग पैदल, ट्रेन, बस और विमा से यहां पहुंचे, इसके अलावा जवान भी यहां लौटे जिससे यहां सक्रमण तेजी से फैलता गया। पिछले दिनों इसी के चलते लॉकडाउन लगाया था था लेकिन अब वे लॉकडाउन के पक्ष में नहीं हैं क्योंकि लोग अस्पताल में अकेला महसूस करते हैं और परिजन भी मरीजों से मिल नहीं सकते।
होम आइसोलशन में भी ठीक हो रहे मरीज
मुख्यमंत्री ने बताया कि इसे देखते हुए होम आइसोलेशन की शुरुआत की है और इसका लाभ लोग ले रहे हैं। जिन लोगों को पहले से कोई बीमारी नहीं है, वे परिवार के साथ रहकर स्वस्थ हो रहे हैं। इनकी बड़ी संख्या है। हम घर-घर दवाइयां बांट रहे हैं, कॉल सेंटर के जरिए डॉक्टर लगातार संपर्क में हैं, उनको सही सुझाव दिया गया है इसके कारण छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमित की संख्या 31 हजार है।
ई रिक्शा से कचरे का परिवहन
इसके बाद अमिताभ बच्चन (amitabh bachhan-cm bhupesh interview) ने छत्तीसगढ़ के स्वच्छता अभियान पर सवाल किया। इस पर मुख्यमंत्री ने बताया कि स्वच्छता, स्वास्थ्य और पर्यावरण तीनों एक साथ जुड़े हैं। छत्तीसगढ़ में 10 हजार महिला समूह लगातार काम कर रहे हैं। हम 16 हजार टन कचरे का रोज निपटारा करते हैं, इसी सफाई व्यवस्था के चलते देश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। उन्होंने बताया कि स्वच्छता के लिए नरवा, गरवा, घुरवा व बाड़ी, गोधन और स्वच्छ दीक्षा योजना शुरू की है। दीक्षा योजना के तहत कई राज्य और नेपाल व भूटान की टीम ने भी प्रशिक्षण लिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, पेट्रोल-डीजल के अनावश्यक खर्च को बचाने के लिए ई-रिक्शा से कचरे का परिवहन किया जा रहा है। अब तक 11 लाख क्विंटल गोबर एकत्र किया गया और 20 लाख की राशि का भुगतान हुआ है।
देश को ऑक्सीजन देने में प्रदेश के जंगलों का 17 फीसदी योगदान
मुख्यमंत्री ने बताया कि प्रदेश में 44 प्रतिशत जंगल है। देश को ऑक्सीजन देने में इसका 17 फीसदी योगदान है। पौधरोपण में फलदार पेड़ों को बढ़ावा दे रहे हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में आय के साधन मिलेगा। पहले राज्य में 37.7 प्रतिशत (5 लाख) बच्चे कुपोषित थे। पिछले साल गांधी जयंती पर सुपोषण योजना की शुरुआत की। इससे 68 हजार बच्चे बाहर आ गए। हाट बाजार क्लीनिक योजना शुरू की है।