-मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में राज्य में स्वास्थ्य सुविधाएं लगातार हो रही बेहतर
रायपुर/नवप्रदेश। CG 7 health centres NAQAC: छत्तीसगढ़ में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएं दूरस्थ क्षेत्रों तक भी पहुंच रही हैं। केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय ने उत्कृष्ट स्वास्थ्य सेवा और मरीजों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने वाले राज्य के सात आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्रों को राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक (NQAS – National Quality Assurance Standard) प्रमाण-पत्र प्रदान किया है। इनमें रायगढ़, बेमेतरा, महासमुंद, रायपुर व बलौदाबाजार के स्वास्थ्य केंद्र शामिल हैं। केन्द्र सरकार ने राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानकों पर खरे उतरने वाले उप-स्वास्थ्य केन्द्रों को एनक्यूएएस प्रमाण-पत्र से नवाजा है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने उत्कृष्टता प्रमाण-पत्र हासिल करने वाले इन सभी अस्पतालों के डॉक्टरों और अन्य मेडिकल स्टॉफ को बधाई दी है। साथ ही उन्होंने भरोसा जताया कि ये अस्पताल आगे भी अपनी उत्कृष्टता बरकरार रखते हुए मरीजों की सेवा करेंगे और प्रदेश के दूसरे अस्पतालों के लिए नए प्रतिमान स्थापित करेंगे।
केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (CG 7 health centres NAQAC) की टीम ने इस साल नवम्बर में इन सात स्वास्थ्य केंद्रों में मरीजों के लिए उपलब्ध सेवाओं की गुणवत्ता का परीक्षण किया था। टीम ने इस संबंध में मरीजों से भी फीडबैक लिया था। टीम के मूल्यांकन में महासमुंद जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र सिवनीकला को 94.42प्रतिशत, केंदुधार को 90.48 प्रतिशत, खोपली को 92.69 प्रतिशत व रायगढ़ जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र खैरपुर को 89.99 प्रतिशत, बेमेतरा जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र भटगांव को 87.46प्रतिशत, रायपुर जिले के आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र बेलदार सिवनी को 90.99 प्रतिशत व बलौदा बाजार जिले आयुष्मान आरोग्य मंदिर उप स्वास्थ्य केन्द्र भाटबेरा को 84 प्रतिशत अंक प्राप्त हुए है।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय गुणवत्ता आश्वासन मानक प्रमाण-पत्र (CG 7 health centres NAQAC) प्रदान करने के पूर्व विशेषज्ञों की टीम द्वारा अस्पताल की सेवाओं और संतुष्टि स्तर का विभिन्न मानकों पर परीक्षण किया जाता है। इनमें उपलब्ध सेवाएं, मरीजों के अधिकार, इनपुट, सपोर्ट सर्विसेस, क्लिनिकल सर्विसेस, इन्फेक्शन कंट्रोल, गुणवत्ता प्रबंधन और आउटकम जैसे पैरामीटर शामिल हैं। इन कड़े मानकों पर खरा उतरने वाले अस्पतालों को ही केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा गुणवत्ता प्रमाण-पत्र जारी किए जाते हैं।