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67th National Film Awards: रजनीकांत को दादा साहब फाल्के पुरस्कार, कंगना, धनुष और मनोज बाजपेयी बने बेस्ट एक्टर्स

67th National Film Awards: Dadasaheb Phalke Award for Rajinikanth, Kangana, Dhanush and Manoj Bajpayee became Best Actors

67th National Film Awards

नई दिल्ली। सोमवार को 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार समारोह (67th National Film Awards) में अभिनेता रजनीकांत दादा साहब फाल्के पुरस्कार, कंगना, धनुष और मनोज बाजपेयी को बेस्ट एक्टर्स का सम्मान मिला। पुरस्कार की घोषणा इस साल की शुरुआत में की गई थी। नई दिल्ली के विज्ञान भवन में ये पुरस्कार उपराष्ट्रपति एम्.वेंकैया नायडू ने प्रदान किया। विजेताओं को उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने स्वर्ण कमल एवं रजत कमल, शॉल और ईनाम की राशि देकर सम्मानित किया।

मनोज बाजपेयी को ‘भोंसले’ और धनुष को तमिल फिल्म ‘असुरन’ के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेता का पुरस्कार (67th National Film Awards) मिला। वहीं कंगना रनौत को हिंदी फिल्मों ‘मणिकर्णिका: द क्वीन ऑफ झांसी’ और ‘पंगा’ में उनके अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

दक्षिण के सुपरस्टार रजनीकांत को भारतीय सिनेमा की दुनिया में उनके उत्कृष्ट योगदान के लिए भारत का सर्वोच्च फिल्म सम्मान दादा साहब फाल्के पुरस्कार मिला। इस पुरस्कार से सम्मानित होने पर दिग्गज अभिनेता को स्टैंडिंग ओवेशन मिला।

इस मौके पर रजनीकांत का परिवार उनकी पत्नी लता और बेटी सौंदर्या रजनीकांत भी मौजूद रही।

सम्मान मिलने के बाद रजनीकांत ने केंद्र सरकार को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि “मैं इस सबसे प्रतिष्ठित दादा साहब फाल्के पुरस्कार को प्राप्त करके बेहद खुश हूं। केंद्र सरकार को मेरा धन्यवाद। मैं इस पुरस्कार को अपने गुरु के. बालचंदर को समर्पित करता हूं। इस क्षण, मैं उन्हें और मेरे भाई सत्यनारायण को बहुत कृतज्ञता के साथ याद करता हूं। गायकवाड़ जो मेरे पिता की तरह हैं, जिन्होंने मुझे महान मूल्यों और आध्यात्मिकता की शिक्षा देकर मेरा पालन-पोषण किया।

उन्होंने अपने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए कहा कि कर्नाटक में मेरे दोस्त, बस परिवहन चालक और मेरे सहयोगी राजबहादुर को भी धन्यवाद। “जब मैं बस कंडक्टर था, उन्होंने मुझमें अभिनय प्रतिभा की पहचान की और मुझे सिनेमा में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया। मेरे सभी निर्माता, निर्देशक, सह-कलाकार, तकनीशियन, वितरक, प्रदर्शक और मीडिया, प्रेस और मेरे सभी प्रशंसक। तमिल लोग – उनके बिना मैं शरीर नहीं हूं। जय हिंद!”

‘छिछोरे’ के निर्देशक नितेश तिवारी और निर्माता साजिद नाडियाडवाला ने सर्वश्रेष्ठ फिल्म (67th National Film Awards) का पुरस्कार दिवंगत बॉलीवुड स्टार सुशांत सिंह राजपूत को समर्पित किया, जिनका 2020 में निधन हो गया।

विजय सेतुपति को ‘सुपर डीलक्स’ में उनके प्रदर्शन के लिए सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेता का पुरस्कार दिया गया।

मलयालम फिल्म ‘मरक्कर: अरबिकदालिनते सिंघम’ (मरक्कर: अरब सागर का शेर) को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला। फिल्म को प्रियदर्शन ने लिखा और निर्देशित किया है, और इसमें मोहनलाल हैं। अवॉर्ड शो में अभिनेता भी मौजूद थे।

‘द ताशकंद फाइल्स’ ने दो पुरस्कार जीते – सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री, जो पल्लवी जोशी और सर्वश्रेष्ठ संवाद लेखक के लिए गई।

महामारी के कारण पिछले साल से 67वें राष्ट्रीय पुरस्कारों में देरी हुई है।

67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की सूची

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