-कांग्रेस कार्यकारिणी की 2 दिवसीय हुई बैठक
-बैठक में वरिष्ठ नेता बी.के. हरिप्रसाद को मंच पर बोलने की नहीं दी इजाजत
बेंगलुरु। karnataka government: कर्नाटक में बीजेपी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा। कर्नाटक में कांग्रेस ने अकेले दम पर सरकार बनाई। मुख्यमंत्री पद की दौड़ में चल रहा मुकाबला आखिरकार दिल्ली से आदेश आने के बाद खत्म हो गया। सिद्धारमैया कर्नाटक के मुख्यमंत्री बन गए और डीके शिवकुमार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया।
अब बीजेपी विधायक ने दावा किया है कि कांग्रेस में कोई भ्रष्टाचार नहीं है। देश के कुछ राज्यों में बीजेपी ने सत्ताधारी पार्टी को कमजोर कर सरकार बना ली है। इसलिए विधायक के इस दावे के बाद सवाल उठ रहा है कि क्या बीजेपी कर्नाटक में भी यही कोशिश कर रही है।
हैदराबाद में कांग्रेस कार्यकारिणी की 2 दिवसीय बैठक हुई। इस बैठक में वरिष्ठ नेता बी.के. हरिप्रसाद को मंच पर बोलने की इजाजत नहीं दी गई। उसी से बीजेपी ने कांग्रेस पर हमला बोल दिया है। बीजेपी नेता बसनगौड़ा आर पाटिल ने कहा कि कांग्रेस ने वरिष्ठ नेता बीके हरिप्रसाद को महत्व नहीं दिया, इसलिए वह नाराज हैं। यह उनका आंतरिक प्रश्न है। हालांकि, हरिप्रसाद ने सिद्धारमैया को लेकर कई बातें कही हैं।
इसी के चलते बसनगौड़ा ने दावा किया है कि जनवरी महीने के बाद यहां की सरकार गिर जाएगी। बसनगौड़ा ने यह भी दावा किया कि कांग्रेस के 44 विधायक हमारे संपर्क में हैं। अब, हम सत्ता में आ रहे हैं, तो विपक्षी दल चुनने की जहमत क्यों उठाएं।
हैदराबाद में हुई कांग्रेस कार्यकारिणी की बैठक में बीके हरिप्रसाद, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया और उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार तीन नेता थे। हालांकि यहां हरिप्रसाद को बोलने का मौका नहीं दिया गया। दिलचस्प बात यह है कि यहां मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री दोनों ने मंच से अपनी बात रखी। इसलिए हरिप्रसाद को मंच में जगह नहीं दी गई। इसलिए चर्चा है कि वे परेशान हैं।