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3 Crore theft Exposed : 1 आरोपी, 1 खरीदार गिरफ्तार, 3 फरार

3 Crore theft Exposed: 1 accused, 1 buyer arrested, 3 absconding

3 Crore theft Exposed

रायपुर/नवप्रदेश। 3 Crore theft Exposed : राजधानी के सदर बाजार स्थित नगीना ज्वैलर्स में 3 करोड़ की चोरी में शामिल एक खरीदार समेत अंतरराज्यीय आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। जबकि 3 अभी भी फरार हैं। यह चोरी 19 जुलाई की देर रात हुई, जिसका पता अगली सुबह दुकान पर जाकर चला। रायपुर पुलिस एक सप्ताह के भीतर अथक प्रयास से चोरों तक पहुंच गई। सभी आरोपियों के विरूद्ध थाना कोतवाली में अपराध क्रमांक 143/21 धारा 454, 381, 34 भादवि. का अपराध पंजीबद्ध किया गया।

मंगलवार को पूरे मामले का खुलासा सिविल लाइन स्थित कंट्रोल रूम में हुआ।

भागने के लिए राजस्थान से रायपुर लेकर आया स्विफ्ट डिजायर

चारों आरोपियों ने बहुत प्लानिंग से घटना को अंजाम देकर चार पहिए वाहन से राजस्थान निकल गए। दरअसल आरोपियों ने स्पेशली चोरी के सामान को ले जाने के लिए राजस्थान से चार परिए वाहन को लेकर आया था, ताकि लोकल को सबूत न रहे। राजस्थान से ये गाड़ी मुख्य आरोपी प्रकाश के कहने पर श्रवण कुमार एवं रूपालाल जाट लेकर आए थे। ये बात टीम ने बताई।

उन्होंने कहा कि जालोर (राजस्थान) में लगातार कैम्प के दौरान आरोपी प्रकाश, भंवरलाल एवं घटना में संलिप्त एक अन्य अज्ञात आरोपी के संबंध में दुबारा तकनीकी पक्ष देखा तो पाया कि रायपुर से आरोपियों के भागने वाले मार्गो में पडऩे वाले टोल नाका से संपर्क किया था। उसके बाद पुलिस ने भी टोल नाका से आरोपियों के संबंध में और जानकारी लेने के दौरान एक अन्य अज्ञात आरोपी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी हाथ लगी।

अज्ञात आरोपी (3 Crore theft Exposed) की पहचान सुनिश्चित करने में सफलता मिलीं तथा आरोपी की पहचान श्रवण कुमार निवासी ग्राम हालीवाव जिला जालोर राजस्थान के रूप में की गई। टीम ने आरोपी श्रवण के निवास स्थान पर रेड मारी और उसे पकड़ा। कड़ाई से पूछताछ करने पर आरोपी श्रवण ने बताया कि वह एक अन्य साथी रूपाराम जाट निवासी हाथीतला जिला बाड़मेर राजस्थान के साथ घटना के एक दिन पहले स्विफ्ट डिजायर कार से रायपुर पहुंचा एवं पचपेढ़ी नाका स्थित एक होटल में रूका था।

Master Mind Shravan Kumar

22 चोरी के आरोप में नहीं पकड़ा गया आरोपित

इस चोरी में एक आरोपी ऐसा है, जिसने एक-दो नहीं बल्कि 22 वाहनों की चोरी की है। यह आरोपी है श्रवण कुमार। दिलचस्प बात यह है कि एक के बाद एक चोरी करने के बाद भी आरोपी श्रवण पकड़ा नहीं गया। वह इधर-उधर भागता रहा। श्रवण ने ये चोरी गुजरात और हरियाणा में अलग-अलग जगहों से की थी, इसलिए दोनों जगहों की पुलिस उसकी तलाश कर रही है। श्रवण हरियाणा का वांटेड है, जिस पर वहां की पुलिस ने 5 हजार का इनाम रखा था।

हीरे के साथ 188 ग्राम सोना-मोबाइल मिला

करीब 3 करोड़ सोना-चांदी व हीरे की चोरी के साथ केश भी ले गया था। गिरफ्तार आरोपियों के कब्जे से 188 ग्राम चोरी का सोना, 23 कैरेट हीरे के जेवरात, चांदी के जेवरात सहित दो मोबाईल फोन जप्त किया गया है। बाजार में जप्त मशरूका की कीमत करीब 15 लाख रूपए आंकी गई।

विश्वास में लेकर फिर ऐसे किया चोरी

नरेन्द्र दुग्गड़ की दुकान नाहटा मार्केट सदर बाजार में नगीना जेम्स ज्वेलरी शॉप (3 Crore theft Exposed) के नाम से है। प्रार्थी की दुकान में विगत डेढ़ माह से जालोर जिला राजस्थान का रहने वाला 25 वर्षीय प्रकाश को अपने दुकान में काम पर लगाया। प्रकाश को नाहटा मार्केट में दिनेश ज्वेलर्स में काम करने वाला भंवरलाल नामक व्यक्ति ने प्रार्थी की दुकान में काम पर लगवाया था। कुछ दिनों में ही प्रकाश घुलमिल गया था एवं वे न सिर्फ दुकान बल्कि प्रार्थी के घर में खाना बनाने का काम भी करता रहा।

17 जुलाई शनिवार को रात 8 बजे प्रकाश दुकान में काम करने के बाद घर में खाना बनाने चला गया एवं प्रार्थी करीब सवा 9 को दुकान बंदकर घर पहुंचा। प्रकाश ने प्रार्थी को खाना खिलाया, खुद भी खाना उसके बाद कंचन काम्पलेक्स के पास चला गया। 18 जुलाई रविवार सुबह करीब 7 बजे प्रकाश प्रार्थी के घर आया और थोडी देर बाद वह बोला मेरे गांव से कोई मुझसे मिलने आया है, ये कहकर वह प्रार्थी के घर से निकल गया। जब प्रार्थी 19 सोमवार को सुबह 11 बजे दुकान पहुंचा तो दुकान का ताला खुला हुआ था। बैग में दुकान की चाबी नहीं थी। प्रार्थी दुकान का शटर खोलकर जाकर देखा तो सामान बिखरे हुए थे।

कीमती जेवर थे गायब

दुकान में रखा कीमती जेवर नहीं था। दुकान में लगा सीसी टीवी का फुटेज (3 Crore theft Exposed) से पता चला कि 18 को सुबह प्रकाश और उसका साथी भंवरलाल प्रार्थी के दुकान के अंदर प्रवेश कर दुकान के गल्ले में रखें 3.50 लाख रूपये नगदी, गोल्ड विथ डायमंड ज्वेलरी लगभग 500 ग्राम (अंगूठी, टाप्स, पैंडल, नाक की फुल्ली आदि) लूज डायमंड की पुडिया एवं ग्राहकां का आर्डर एवं रिपेयरिंग का सामान (राशि रत्न एवं डायमंड लगे हुए) राशि रत्न की पुडिया जिसमें नौ रत्न एवं उपरत्न जिसकी लगभग दो हजार पैकेट है, जिसमें लगभग 10 से 15 हजार पीस नगीने, लूज खुले सच्चे मोती एवं लगभग 15 असली मोती की माला एवं नथ सोने में बनी हुई जिसमे माणिक मोती लगे हुए हैं, सभी को ले जा रहा है। इस सभी सामानों का अनुमानित वर्तमान मूल्य 2 करोड़ के आसपास है।

विशेष टीम किया गठित

घटना को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं वरिष्ठ पुलिस अजय यादव द्वारा गंभीरता से लेते हुये अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शहर लखन पटले, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अपराध अभिषेक माहेश्वरी, नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली आंजनेय वाश्णेय (भा.पु.से.), प्रभारी सायबर सेल वीरेन्द्र चन्द्रा, थाना प्रभारी कोतवाली मोहसीन खान एवं सोनल ग्वाला थाना प्रभारी तेलीबांधा को आरोपियों की पतासाजी कर गिरफ्तार करने हेतु आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।

जिस पर वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में सायबर सेल, थाना कोतवाली एवं थाना तेलीबांधा की एक विशेष टीम का गठन कर आरोपियों की पतासाजी प्रारंभ की गई। प्रार्थी से घटना व आरोपियों के संबंध में विस्तृत पूछताछ करते हुये प्रार्थी के परिवार के सदस्यों से भी आरोपी प्रकाश के संबंध में पूछताछ किया गया। आरोपी भंवरलाल दिनेश ज्वेलर्स नाहटा मार्केट में काम करता था जिसके संबंध में दिनेश ज्वेलर्स के संचालक से विस्तृत पूछताछ किया गया। आरोपियान घटना कारित करने के पश्चात् अपना मोबाईल नंबर बंद कर फरार हो गये थे।

पुलिस उसी रास्ते से पहुंची, जिस रास्ते से आरोपी गए थे

आरोपियों की गिरफ्तारी में लगी टीम के सदस्यों ने मोबाईल नंबरों का तकनीकी विश्लेषण करने के साथ ही प्रार्थी से उनके गृह ग्राम के संबंध में विस्तृत जानकारी प्राप्त की। घटना स्थल व आसपास लगे फुटेजों का खंगाला। पुलिस ने घटना स्थल से लेकर आरोपियों ने भागने के लिए जिस-जिस रास्तों का उपयोग किया था, उन सभी जगहों की फुटेज खंगाला। तब पुलिस (3 Crore theft Exposed) को पता चला कि आरोपियों ने चोर करके भागने के लिए स्विफ्ट डिजायर कार का उपयोग किया था। फिर क्या था, पुलिस के पास अहम सुराग हाथ आ गया, लिहाजा पुलिस को जल्दी ही पता चला कि ये कार यहां की नहीं बल्कि राजस्थान की है। उसके बाद वीरेन्द्र चन्द्रा, प्रभारी सायबर सेल एवं सोनल ग्वाला थाना प्रभारी तेलीबांधा के नेतृत्व में 9 सदस्यीय टीम को राजस्थान के जिला जालोर रवाना किया गया। टीम के सदस्यों द्वारा जालोर (राजस्थान) पहुंचकर आरोपियों के संबंध में विस्तृत जानकारी जुटा कर पतासाजी की और छिपने के हर संभावित स्थानों में रेड किया, परंतु आरोपियों के संबंध में कोई भी जानकारी नहीं मिली।

बूढ़ापारा के एक गली में खड़ी की थी कार

आरोपी श्रवण कुमार, प्रकाश एवं भंवरलाल तीनों मिलकर घटना को अंजाम दिया। इस दौरान आरोपियों ने स्विफ्ट कार को बूढ़ापारा स्थित एक गली में खड़ी कर दिया, जिसमें आरोपी रूपाराम जाट बैठा था और बाकी तीनों का इंतजार कर रहा था। इसी दौरान तीनों आरोपी घटना कारित कर आये तथा कार में बैठकर चारों जालोर राजस्थान फरार हो गये। जालोर आने के बाद आरोपी भंवरलाल धनेरिया निवासी अमीचंद सोनी उर्फ ओमप्रकाश को चोरी के सोने एवं हीरे के जेवरातों में से एक पैकेट आभूषण बेचकर 4 लाख रूपये नगद प्राप्त किया। भंवरलाल 4 लाख रूपये में से श्रवण कुमार और रूपाराम को 50-50 हजार सहित दोनों को चोरी के कुछ और जेवरात देकर विदा किया।

खरीदार ने भी देखा अपना लाभ

टीम ने चोरी का माल खरीदने वाले आरोपी अमीचंद सोनी उर्फ ओमप्रकाश को भी पकड़कर कड़ाई से पूछताछ किया। आरोपी ने बताया कि चोरी की सोने, चांदी एवं हीरे के जेवरातों को सस्ते दामां में खरीदकर ग्राहकों को ज्यादा दाम में बेचना स्वीकार किया। आरोपी प्रकाश, भंवरलाल एवं रूपाराम जाट भाग कर कहां गए है, इस बात की जानकारी श्रवण कुमार को भी नहीं है। आरोपी श्रवण एवं अमीचंद सोनी उर्फ ओमप्रकाश की निशानदेही पर उनके कब्जे से चोरी का सोना 188 ग्राम, हीरे के जेवरात 23 कैरेट एवं चांदी के जेवरात जुमला कीमती लगभग 15,00,000/- रूपये तथा दो नग मोबाईल फोन जप्त किया गया है। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर ट्रांजिट रिमाण्ड में रायपुर लाया गया है तथा दोनों आरोपी को गिरफ्तार कर उनके विरूद्ध अग्रिम कार्यवाही किया गया। हालांकि रायपुर पुलिस की एक टीम अभी भी राजस्थान में कैम्प लगाकर बैठा हुआ है और फरार आरोपी प्रकाश, भंवरलाल एवं रूपाराम जाट के संबंध में पतासाजी कर रहा है।

इनकी रही महत्वपूर्ण भूमिंका

निरीक्षक वीरेन्द्र चन्द्रा प्रभारी सायबर सेल, निरीक्षक सोनल ग्वाला थाना प्रभारी तेलीबांधा, उपनिरीक्षक रामचंद साहू थाना कोतवाली, प्र.आर संतोष सिंह, जमील खान, राधाकांत पाण्डेय, कुलदीप द्विवेदी, आर. अनुप मिश्रा, धनंजय गोस्वामी, लक्ष्मीनारायण साहू, तुकेश निषाद सायबर सेल, आर. रमाकांत सिंह, शैलेष नेताम, प्रशांत शुक्ला, जीतेन्द्र नाग, चन्द्रपाल सिंह, अमित कुमार एवं युवराज वर्मा की महत्वपूर्ण भूमिंका रहीं।

गिरफ्तार आरोपी

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