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खालिस्तानी संगठनों से आम आदमी पार्टी को 130 करोड़ की फंडिंग?; NIA जांच की सिफारिश, बढ़ेंगी मुश्किलें?

130 crore funding to AAP from Khalistani organizations?; NIA inquiry recommended by Delhi LG

funding to AAP from Khalistani organizations

आम आदमी पार्टी को 2014 और 2022 के बीच विभिन्न समूहों से 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिले

नई दिल्ली। funding to AAP from Khalistani organizations: दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है। उपराज्यपाल को मिली शिकायत के मुताबिक आम आदमी पार्टी के अरविंद केजरीवाल को पार्टी के लिए प्रतिबंधित आतंकी संगठन सिख फॉर जस्टिस से फंडिंग मिली। 1 अप्रैल 2024 को वल्र्ड हिंदू फेडरेशन ऑफ इंडिया नामक संगठन ने उपराज्यपाल को शिकायत दी थी। इसमें आम आदमी पार्टी को मिले फंड और इनकम टैक्स के स्रोतों की जांच की मांग की गई है।

इस शिकायत की गंभीरता को देखते हुए उपराज्यपाल (funding to AAP from Khalistani organizations) ने 3 मई को केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखा। प्राप्त शिकायत के मुताबिक इस मामले की जांच एनआईए से कराने की सिफारिश की गई है। केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को चरमपंथी अलगाववादी समूहों से 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर (लगभग 130 करोड़ रुपये) की भारी रकम मिली थी।

शिकायत मुख्यमंत्री के खिलाफ है और एक प्रतिबंधित आतंकी संगठन से प्राप्त राजनीतिक धन से संबंधित है। ऐसे में उपराज्यपाल ने कहा कि शिकायतकर्ता द्वारा उपलब्ध कराए गए इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों की फोरेंसिक जांच समेत अन्य स्तरों पर गहन जांच की जरूरत है।

अनुशंसा पत्र में उपराज्यपाल ने केजरीवाल (funding to AAP from Khalistani organizations) द्वारा 2014 में इकबाल सिंह को लिखे पत्र का हवाला दिया है। इस पत्र में केजरीवाल ने कई मुद्दों पर सिखों के प्रति सहानुभूति जताई। इतना ही नहीं बल्कि उनकी सरकार ने भुल्लर की रिहाई के लिए राष्ट्रपति से सिफारिश की है। भुल्लर की रिहाई के लिए इकबाल सिंह जंतर-मंतर पर अनशन पर बैठ गए।

अरविंद केजरीवाल से मुलाकात के बाद उन्होंने अपना अनशन वापस ले लिया। अलगाववादी गुरपतवंत सिंह के एक वीडियो का हवाला देते हुए शिकायतकर्ता ने दावा किया कि केजरीवाल के नेतृत्व वाली आम आदमी पार्टी को 2014 और 2022 के बीच विभिन्न समूहों से 16 मिलियन अमेरिकी डॉलर मिले थे। इसके पूर्व नेता डॉ. मुनीष रायजादा के सोशल मीडिया पोस्ट का भी हवाला दिया गया।

आप ने आरोपों को किया खारिज, बीजेपी ने साधा निशाना!

आम आदमी पार्टी की ओर से फंडिंग (funding to AAP from Khalistani organizations) को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर लगे आरोपों को बीजेपी की साजिश बताया जा रहा है। आप नेता और मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा कि हर चुनाव में इस तरह के बेबुनियाद आरोप लगाना बीजेपी की राजनीतिक साजिश है। 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव के दौरान भी बीजेपी ने यही आरोप लगाए थे। उस वक्त गृह मंत्री अमित शाह ने भी जांच करायी थी। लेकिन नतीजा कुछ नहीं निकला। आम आदमी पार्टी ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि एक बार फिर वही आरोप लगाए जा रहे हैं।

इस बीच बीजेपी के इशारे पर उपराज्यपाल ने केजरीवाल के खिलाफ एनआईए जांच की सिफारिश की है क्योंकि लोकसभा चुनाव में उनकी हार स्पष्ट है। उपराज्यपाल भाजपा के हाथ की कठपुतली हैं। जब चुनाव में हार दिखती है तो भाजपा लोगों को गुमराह करने के लिए आरोप लगाती है। सौरभ भारद्वाज ने यह भी कहा कि अरविंद केजरीवाल के खिलाफ जांच में पहले भी कुछ नहीं निकला और अब भी कुछ नहीं निकलेगा।

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