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भाषा देश को एक सूत्र में पिरोती है- कुलपति प्रो. चक्रवाल

bhasha desh ko

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बिलासपुर। bhasha desh ko, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (केंद्रीय विश्वविद्यालय) नैक से ए++ ग्रेड प्राप्त विश्वविद्यालय में महाकवि सुब्रमण्यम भारती की जन्म जयंती के अवसर पर आयोजित भारतीय भाषा दिवस का आयोजन अधिष्ठाता छात्र कल्याण कार्यालय एवं हिंदी विभाग के संयुक्त तत्वावधान में दिनांक 11 दिसंबर को सुबह 10 बजे प्रशासनिक भवन के सभा कक्ष में आयोजित किया गया।

कार्यक्रम में विश्वविद्यालय के माननीय कुलपति महोदय प्रोफेसर आलोक कुमार चक्रवाल ने भारतीय भाषा दिवस की बधाई एवं शुभकामनाएं प्रदान करते हुए कहा कि महाकवि सुब्रमण्यम भारती जी ने उत्तर और दक्षिण के बीच सेतु का काम किया। उनके साहित्य ने लोगों के मन में देश प्रेम की अलख जगाई। सुब्रमण्यम भारती जी कई भाषाओं के जानकार थे तथा उनकी कविताएं राष्ट्र प्रेम तथा दार्शनिकता से ओतप्रोत थीं। सभी भाषाएं देश को एक सूत्र में पिरोती हैं। भाषा के माध्यम से आप लोगों को अपना बना लेते हैं। हमें ज्यादा से ज्यादा भाषाओं को जानने और सीखने का प्रयास करना चाहिए।
इससे पूर्व अतिथियों ने प्रशासनिक भवन के सभा कक्ष में दीप प्रज्जवलित कर मां सरस्वती की प्रतिमा एवं संत गुरु घासीदास जी के तैल चित्र पर पुष्प अर्पण किया। अतिथियों का स्वागत नन्हें पौधों से हुआ। तरंग बैंड द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति दी गई। कार्यक्रम के संयोजक प्रो. शैलेन्द्र कुमार अधिष्ठाता छात्र कल्याण ने स्वागत उद्बोधन दिया। भारतीय भाषा दिवस उत्सव के अवसर पर विषय प्रवर्तन हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. गौरी त्रिपाठी ने किया।
अतिथियों को शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मान किया गया। कार्यक्रम के अंत में कुलसचिव प्रो. अभय एस. रणदिवे ने धन्यवाद ज्ञापन एवं संचालन डॉ. मुरली मनोहर सिंह ने किया। कार्यक्रम में विश्वविद्यालय की विभिन्न विद्यापीठों के अधिष्ठातागण, विभागाध्यक्षगण, शिक्षकगण, अधिकारी, शिक्षकगण एवं छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।

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