जगदलपुर । अपने संगठन को मजबूत बनाने और अपना प्रभुत्व फिर से क्षेत्र में स्थापित करने नक्सलियों ने दंतेवाड़ा के पास विधायक भीमा मंडावी को बारूदी सुरंग से विस्फोट कर उड़ा दिया। इस संबंध में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आ रहे हैं जानकारी के अनुसार नक्सलियों ने अपने कमजोर होते दरभा डिविजन की कमान सुरेंद्र से लेकर सांईनाथ को सौंपी थी। इन नवीन नियुक्तियों के बाद से ही यह समझा जा रहा था कि बस्तर के दरभा डिविजन कमेटी के प्रभाव क्षेत्र में नक्सली किसी बड़ी घटना को अंजाम देंगे। यही घटित हुआ और दंतेवाड़ा विधायक भीमा मंडावी को असमय ही अपनी हिंसक वारदात का उन्होंने शिकार बनाकर हत्या की।
उल्लेखनीय है कि यह वारदात नक्सलियों की ओर से की गई केवल हिंसक कार्रवाई ही नहीं थी अपितु नक्सलियों ने इस वारदात को घटित कर कई लक्ष्य साध लिये। गत वर्ष 2018 में नवंबर में नक्सलियों के नेतृत्व परिवर्तन के समाचार आये थे। इसी के साथ यह निश्चित हो गया था कि नक्सलियों की ओर से बड़े हमले किए जा सकते हैं। इसी सिलसिले में बस्तर में नक्सलियों ने ऐसी वारदात को अंजाम दिया और समूचे देश में अपने अस्तित्व तथा प्रभुत्व का संदेश दिया। इस संबंध में गत नवंबर में नक्सलियों ने नेतृत्व परिवर्तन करते हुए लाल गलियारे की कमान नंबला केशव राव उर्फ बासव राजू को दी थी और क्षेत्र में अपनी तैयारी शुरू की थी।