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राजनांदगांव: ढाबा से अपहृत किशोर नागपुर से बरामद, आरोपियों तक नहीं पहुंच पाई पुलिस

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Businessman's kidnapped son Nagpur

राजनांदगांव/नवप्रदेश। सोमनी देवादा के ढाबा (Dhaba of Somni Devada) से कारोबारी का अपहृत बेटा नागपुर (Businessman’s kidnapped son Nagpur) में सुरक्षित मिल गया (Got safe) है। पुलिस ने किशोर को अपने कब्जे में लेकर राजनांदगाँव लायी। प्रारंभिक पूछताछ के बाद बालक को परिजनों के हवाले कर दिया गया।

पुलिस के अनुसार आरोपियों की तह तक पहुँच चुके हैं शीघ्र आरोपियों की गिरफ्तारी की जायेगी। पुलिस की पहली प्राथमिकता थी कि, अपहृत बच्चे को सुरक्षित छुड़ाया जाये। वहीं सूत्रों का कहना है कि, बालक नागपुर से बस में बैठकर राजनांदगाँव आ रहा था, साकोली में पुलिस ने बालक को अपने कब्जे में ले लिया।

दुर्ग रेंज के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि, पुलिस ने बच्चे को नागपुर से बरामद कर लिया है। पुलिस के अनुसार अवैध शराब व आईपीएल सट्टा की लेनदारी को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया गया है। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक सोमवार तड़के गुरप्रीत सेठी को अपहरणकर्ताओं ने नागपुर में छोड़ दिया और वहांँ से फरार हो गए।

अपहरणकर्ताओं की संख्या 4 से 5 बताई जा रही है। महाराष्ट्र में राजनांदगाँंव पुलिस की एक टीम डेरा लगाकर अपहरणकर्ताओं का पीछा कर रही थी। वहीं महाराष्ट्र पुलिस की मदद से भी पुलिस को फायदा हुआ है।


बताया जा रहा है कि, पूरा मामला पैसे के लेनदेन से जुड़ा हुआ है। आईपीएल मैच में करीबन 22 लाख रुपए अपहृत लड़के से वसूलने के लिए अगवा किया था। शनिवार रात करीब 9.30 बजे के आसपास उड़ता पंजाब ढाबा से युवक को अपहरणकर्ताओं ने अगवा कर लिया था। लड़के के पिता बलजीत सिंह सेठिया द्वारा ढाबा का संचालन किया जाता है।

सीसीटीवी में अगवा किए जाने से पहले अपहरणकर्ताओं ने युवक गुरप्रीत सेठिया से बातचीत की। पुलिस ने अंदाजा लगाया है कि, अपहरणकर्ता और युवक के बीच परिचय रहा है। इधर महाराष्ट्र में अपहरणकर्ताओं की मौजूदगी की खबर के बाद एक टीम रवाना की गई। नागपुर में अपहृत किशोर को छोड़कर आरोपी फरार हो गए हैं। मिली जानकारी के मुताबिक अपहरण की घटना को लेकर पुलिस बालक से भी जानकारी लेगी।

किशोर के बयान के आधार पर मामले की तगड़ी छानबीन होगी। बताया जा रहा है कि, तीनों टीमें महाराष्ट्र, झारखंड और मध्यप्रदेश में डटी हुई थी। घटना के बाद से पुलिस ने चौतरफा नाकेबंदी कर आरोपियों को पकडऩे की मुहिम छेड़ी थी। चर्चा है कि, आईपीएल मैच के लेन-देन को लेकर भी पुलिस मामले की जाँच कर रही है।

वहीं साइबर की एक विशेष टीम अपहृत किशोर के मोबाइल के जरिये भी लोकेशन ट्रेस कर रही थी। पुलिस के अनुसार इस मामले में मध्यप्रदेश के अवैध शराब विके्रताओं के रकम को लेकर भी वारदात को अंजाम दिया गया होगा। अपहृत किशोर के पिता बलजीत सिंह सेठिया भी पुलिस को सही जानकारी देने से कतरा रहे हैं।

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